कल ही की बात है, जो तुम हमारे थे
ना जाने क्या हुआ, हम हो गये जुदा
दोनो में आ गये, क्यूँ हैं ये फ़ासले
खुशियाँ थीं कल मगर, अब हैं शिकवे-गिले
कल ही की बात है ...
कल ही की बात है, तुम थे जब मेरे पास
कुछ भी नहीं है अब, जो तुम नहीं हो साथ
तनहा अब तेरे बिन, लगती है ज़िन्दगी
दिन तो कट जाते हैं, रातें कटती नहीं
कल ही की बात है ...
कल ही की बात है, आँखों में ख्वाब थे
चाहत के सँग-सँग, दिल में अरमान थे
सारे सपने वोह आज, अश्कोँ में बह गये
टुकडे अरमानों के, बाकी बस रह गये
कल ही की बात है ...